STORY OF THE POLYGON - HINDI VERSION
🧭 बहुभुजों की आत्मकथा: "हम कोनों वाले कलाकार हैं!"
1. मेरा नाम है – बहुभुज (Polygon)!
नमस्ते, मैं हूँ एक बहुभुज। मेरा नाम बना है दो संस्कृत शब्दों से – “बहु” मतलब "कई" और “भुज” मतलब "भुजाएँ या रेखाएँ"।
मैं एक बंद रेखीय आकृति हूँ, जिसकी सभी भुजाएँ सीधे रेखाखंड होती हैं – कोई वक्र, कोई गोलाई नहीं।
मुझमें हमेशा कम से कम 3 भुजाएँ होती हैं – क्योंकि तीन से कम से आकृति बनती ही नहीं।
मैं एक बंद रेखीय आकृति हूँ, जिसकी सभी भुजाएँ सीधे रेखाखंड होती हैं – कोई वक्र, कोई गोलाई नहीं।
मुझमें हमेशा कम से कम 3 भुजाएँ होती हैं – क्योंकि तीन से कम से आकृति बनती ही नहीं।
2. मेरी परिभाषा
मैं एक ऐसा साधारण, बंद, रेखीय आकृति हूँ जिसमें:
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सभी भुजाएँ रेखाखंड होती हैं
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कोई भी दो भुजाएँ केवल एक सिरा साझा करती हैं
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आकृति पूरी तरह बंद होती है (open नहीं होती)
सभी भुजाएँ रेखाखंड होती हैं
कोई भी दो भुजाएँ केवल एक सिरा साझा करती हैं
आकृति पूरी तरह बंद होती है (open नहीं होती)
3. मैं कितने प्रकार का हो सकता हूँ?
मैं आकार और कोणों के अनुसार दो तरह का होता हूँ:
(i) नियमित बहुभुज (Regular Polygon):
मेरी सभी भुजाएँ और सभी कोण बराबर होते हैं।
उदाहरण: समभुज त्रिभुज, वर्ग, नियमित षट्भुज।
(ii) अनियमित बहुभुज (Irregular Polygon):
मेरी भुजाएँ और कोण बराबर नहीं होते।
उदाहरण: स्केलिन त्रिभुज, समलंब चतुर्भुज।
मेरी सभी भुजाएँ और सभी कोण बराबर होते हैं।
उदाहरण: समभुज त्रिभुज, वर्ग, नियमित षट्भुज।
मेरी भुजाएँ और कोण बराबर नहीं होते।
उदाहरण: स्केलिन त्रिभुज, समलंब चतुर्भुज।
4. मेरी श्रेणियाँ – मेरे कई रूप
🔺 3 भुजाएँ: त्रिभुज (Triangle)
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3 भुजाएँ, 3 कोण
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अंदरूनी कोणों का योग = 180°
🔷 4 भुजाएँ: चतुर्भुज (Quadrilateral)
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4 भुजाएँ, 4 कोण
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कोणों का योग = 360°
🟠 5 भुजाएँ: पंचभुज (Pentagon)
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5 भुजाएँ
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कोणों का योग = (5 - 2) × 180° = 540°
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यदि नियमित है, तो हर कोण = 540° ÷ 5 = 108°
🔵 6 भुजाएँ: षट्भुज (Hexagon)
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कोणों का योग = (6 - 2) × 180° = 720°
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नियमित षट्भुज में हर कोण = 120°
🟢 7 भुजाएँ: सप्तभुज (Heptagon)
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कोणों का योग = (7 - 2) × 180° = 900°
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नियमित में हर कोण = 900° ÷ 7 ≈ 128.57°
🟣 8 भुजाएँ: अष्टभुज (Octagon)
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कोणों का योग = (8 - 2) × 180° = 1080°
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नियमित में हर कोण = 135°
🔶 और आगे…
मैं 9 (नवभुज), 10 (दशभुज), या उससे भी अधिक भुजाओं वाला बन सकता हूँ!
कोणों का योग निकालने का सुनहरा सूत्र है:
📐 अंदरूनी कोणों का योग = (n - 2) × 180°
(जहाँ ‘n’ मेरी भुजाओं की संख्या है)
और यदि मैं नियमित हूँ, तो:
📏 प्रत्येक अंदरूनी कोण = [(n - 2) × 180°] ÷ n
5. मेरे कुछ और राज़
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मेरे जितने कोने, उतनी ही भुजाएँ
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मुझे अगर सभी कोण बाहर की ओर लिए जाएँ, तो सभी बाहरी कोणों का योग = 360° होता है – चाहे कितनी भी भुजाएँ हों!
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मैं जितना अधिक भुजाओं वाला बनता हूँ, उतना ज़्यादा गोल नज़र आता हूँ
6. एक उदाहरण – मैं हूँ नियमित षट्भुज:
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6 भुजाएँ और 6 कोण
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अंदरूनी कोणों का योग: (6 - 2) × 180 = 720°
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प्रत्येक कोण = 720 ÷ 6 = 120°
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सभी भुजाएँ बराबर
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दिखने में मधुमक्खी के छत्ते जैसा
✨ मेरा सारांश (नियमों के साथ)
भुजाओं की संख्या (n) | नाम | अंदरूनी कोणों का योग | प्रत्येक कोण (नियमित में) |
---|---|---|---|
3 | त्रिभुज | 180° | 60° |
4 | चतुर्भुज | 360° | 90° |
5 | पंचभुज | 540° | 108° |
6 | षट्भुज | 720° | 120° |
7 | सप्तभुज | 900° | ~128.57° |
8 | अष्टभुज | 1080° | 135° |
9 | नवभुज | 1260° | ~140° |
10 | दशभुज | 1440° | 144° |
🧡 बहुभुजों की ओर से संदेश:
"मैं हर जगह हूँ – झंडों में, टाइल्स में, कला में, वास्तुकला में और यहाँ तक कि प्रकृति में भी। मेरी हर भुजा, हर कोण – एक नई कहानी कहता है। अगर ध्यान से देखोगे तो तुम हर चीज़ में मुझे पहचान लोगे!"
HAPPY LEARNING
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